शनिवार, 13 नवंबर 2010

जो लोग किसी सॊशल नेट्वर्किंग साईट पर है वे भले अभिव्यक्ति की आजादी का आनन्द उठा लें। भारत में वास्तविक रुपसे ऐसा नहीं है। यदि आपको सुख से रहना है तो सोनिया माता सोनिया माता कहना है नहीं तो मार खाने के लिये तैयार रहें? यह कौन सी राजनैतिक विचारधारा है?
इसपर भी बात खत्म हो जाये तो भला हो कोई अपनी भूल के लियेक्षमा मांगें तो भी उसका सर्वनाश राज सत्ता के द्वारा सुनिश्चित।

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